कांंग्रेस मुसलमानों को सिर्फ वोटबैंक के रुप में इस्तेमाल करती है - आकिल अहमद

कांंग्रेस मुसलमानों को सिर्फ वोटबैंक के रुप में इस्तेमाल करती है  -  आकिल अहमद

उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निष्काषित उपाध्यक्ष ने नई दिल्ली के प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में आज पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस लंबे समय से अल्पसंख्यक समुदाय खासकर मुस्लिम समाज को एक वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करती है और उनका शोषण करती है।

आकिल अहमद ने कहा कि मैं एक लंबे समय से लगभग 16 साल से कांग्रेस की सेवा कर रहा हूं. 16 साल से कांग्रेस के सभी आयोजनों में अपने बलबूते पर अपने खर्चे पर भाग लेता रहा हूं और बढ़ चढ़कर पार्टी की सेवा करता रहा हूं. वर्ष 2012 में चुनाव का टिकट देने का वादा किया था परंतु अंत मौके पर मुझे इनकार किया गया और मुझसे यह कहा गया सरकार आने पर पहली सूची में आपको मंत्री बनाएंगे. परंतु ऐसा नहीं किया गया। इसके बावजूद भी मैं तन मन धन से कांग्रेस की सेवा करता रहा है।

इसी प्रकार वर्ष 2017 में भी मुझसे टिकट का वादा किया गया लेकिन अंत में मुझे धोखा ही दिया गया फिर भी तमाम चीजों को सहते हुए मैं पार्टी की सेवा में लगा रहा है. इतने तमाम चीजों के बावजूद में अपनी सहसपुर विधानसभा में दशकों से जनता और कांग्रेस की सेवा में लगा रहा है. कोरोना की महामारी के दौरान भी मैने अपने जेब से रुपए खर्च करके जनता और कांग्रेस सेवा में लगा रहा। अपने क्षेत्र की जनता के लिए पूरे पछवादून में राशन हो दवा ऑक्सीजन हो बीमारो को बेढ़ यहां तक कि अपनी निजी वाहनों से बीमारो को हॉस्पिटल भिजवाया परिवार माक्स बाटे और कोंग्रेस की विचार धाराओ को जनजन तक पहुँचाया औ 2022 चुनाव में भी विधानसभा टिकट का प्रमुख दावेदार रहा परंतु इस बार भी मेरा टिकट काटा गया और मेरी टिकट कटने की सबसे प्रमुख वजह यह रही मेरा अल्पसंख्यक होना।

पार्टी के तमाम सेवा करने के बाद भी मेरा टिकट काटा गया जिससे नाराज होकर मैंने एक निर्दलीय के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया। मेरे नामांकन करने के पश्चात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश और प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत तमाम वरिष्ठ नेताओं ने मुझे मनाने का प्रयास किया और कहा कि आप अपना पर्चा वापस ले लो कांग्रेस की सरकार बनी तो हम आपको सरकार में जगह देंगे और आपको कहीं न कहीं मंत्री पद देंगे, और संगठन में आपको तत्काल प्रदेश उपाध्यक्ष बनाएंगे। मैंने कुछ शर्तो के साथ अपनी सहमति जताई। मेरी शर्त थी कि मेरी विधानसभा सहसपुर में एक डिग्री कॉलेज होना चाहिए सरकारी हॉस्पिटल होना चाहिए एक मेरे ट्रेचिंग ग्राउंड और पूरा लगा हुआ है जिस कारण दुगन्द प्रदूषण फैलता है उसे हटाया जाए। इसके साथ ही सहसपुर विधानसभा में महिलाओं के लिए शौचालय और पेयजल की समुचित व्यवस्था कराई जाए और यातायात के लिए सड़कों का निर्माण कराया जाए।

इसकी सबसे बड़ी मांग थी कि मेरा छेत्र मुस्लिम बहुल क्षेत्र है ।जहां पर एक मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना कराई जाए। मुस्लिम विश्वविद्यालय स्थापना संबंध में मैंने अपना पक्ष रखा कांग्रेस सीनियर ऑब्जर्वर मोहन प्रकाश और प्रदेश के प्रभारी जिनेंद्र यादव को दिखा दिया था और i इस बात की जानकारी विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी आरेंद्र शर्मा को भी बताया गया। उस समय कांंग्रेस के सभी नेताओं ने सहमति जताई बाद में जब बेजेपी ने चुनाव में मुस्लिम युनिवर्सिटी को मुद्दा और हरीश रावत जी को मुस्लिम हितेषी बताया और प्रधानमंत्री से लेकर बीजेपी के सभी बड़े नेताओं अमित शाह नड्डा जी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री आसाम के मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी सभी ने देहरादून जाकर उत्तराखंड में मुस्लिम विश्वविद्यालय को लेकर कांग्रेस को घेरने का काम किया और कहा कि कांग्रेस तुष्टीकरण की राई थी करके मुस्लिम वोटों को मोटरोला चाहिए।

बीजेपी के नेताओं ने जिलों में हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेलने का पूरा प्रयास किया बावजूद इसके जब कांग्रेस सुनो हार गई तो कांग्रेस के सभी नेताओं ने मुझ पर हार का ठीकरा फोड़ना शुरू कर दिया जबकि सच यह है कांग्रेस की हार का कारण उत्तराखंड के नेता है जिनके हाथ में टिकटों का वितरण उन्होंने सही लोगों को टिकट नहीं दिया निष्ठावान कार्यकर्ताओं को गिराने करते हुए पैराशूट प्रत्याशी को टिकट दिए गए और टिकटों में पैसे का लेनदेन किया गया।

इसी कारण कांग्रेस क्यों हारी और अपनी और अपनी नाकामी का ठीकरा मेरे सर पर फोड़ने का प्रयास किया जो कि गलत है मेरा यही कहना है 2017 में उत्तराखंड में स्कोर स्कोर 11 सीटें मिली थी तब तो मैंने कोई बयान नहीं दिया था पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जी और ग्रामीण से हार गए थे तब तो मैंने कोई बयान नहीं किया था अभी हाल ही में पांच राज्यों के चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली क्या चार राज्यों में मैं बयान देने गया यह सब इसलिए किया गया क्योंकि उत्तराखंड में बहुत बड़ी गुटबाजी है में कहना चाहता हूं कि कांग्रेस मुसलमानों को केवल और केवल वोट बैंक के लिए इस्तेमाल कर रही है जब हिस्सेदारी की बात आती है तो उन्हें मुस्लिम समझ कर किनारे कर दिया जाता है कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने भी मुस्लिम यूनिवर्सिटी के नाम पर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं और मुझे 6 साल के लिए मान करने की वजह से निष्कासित कर दिया गया।

मुझे इस बात का दुख नहीं है कि मुझे निष्कासित किया गया क्योंकि मैंने अपनी कॉम के लिए एक शिक्षा केंद्र की मांग की और यह भी कहा यूनिवर्सिटी में सभी हिंदू मुस्लिम के बच्चे पढे गे हमें यह घोषणा करता हूं कि मैं मुस्लिम यूनिवर्सिटी उत्तराखंड में बनवा लूंगा और 2024 का चुनाव लोकसभा का हरिद्वार से लड़ लूंगा और 2024 के बाद दलितों के लिए एक मंदिर का निर्माण किया जाएगा और एक मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाई जाएगी